Sunday, December 21, 2014

 Koi Jagah Na Thi Dil Mein Mohabbat Ke Liye,
Aapki Nazar Giri Toh Jagah Ho Gayi,,,,,
Bure Zamaane Mein Achha Bankar Jeene Ki,
Hume Maut Ki Sazaa Ho Gayi,,,,,,,
Zindagi Humaari Hai Har Pal Dhalti Shaam,
Chehra Aapka Dekha Toh Subha Ho Gayi…




 Words By son👍

मुझसे मां से दो पल की जुदाई सही नहीं जाती हॆ...
पता नहीं बेटीयां ये हुनर कहां से लाती हॆं...

दहेज़ में बहु क्या लायी...
 ये सबने पूछा...
लेकिन एक बेटी क्या क्या छोड़ आई...
किसी ने सोचा ही नहीं...👏



: पुराना दोस्त था, दस्तक नयी थी,
मेरी दहेलीज पे खुशबू रखी थी.
कोई तो बात उसकी मान लेती,
मोहब्बत उमर मे मुजसे बडी थी..


: बता किस कोने में,
सुखाऊँ तेरी यादें ;
बरसात बाहर भी है,
और भीतर भी है..

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