एक दिन 'दर्द' ने 'दौलत' से
कहा -:
"तुम कितनी खुशनसीब हो
कि हर कोई तुम्हें पाने की
कोशिश करता है और मैं
इतना बदनसीब हूँ कि हर
कोई मुझसे दूर जाने की
कोशिश करता है।"
'दौलत' ने बहुत प्यारा
जवाब दिया -:
"खुशनसीब तो तुम हो ,
जिसको पाकर लोग अपनो
को याद करते हैं...
बदनसीब तो मैं हूँ जिसको
पा कर लोग अक्सर अपनों
को भूल जाते हैँ"
कहा -:
"तुम कितनी खुशनसीब हो
कि हर कोई तुम्हें पाने की
कोशिश करता है और मैं
इतना बदनसीब हूँ कि हर
कोई मुझसे दूर जाने की
कोशिश करता है।"
'दौलत' ने बहुत प्यारा
जवाब दिया -:
"खुशनसीब तो तुम हो ,
जिसको पाकर लोग अपनो
को याद करते हैं...
बदनसीब तो मैं हूँ जिसको
पा कर लोग अक्सर अपनों
को भूल जाते हैँ"
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